बिजनेस डेवलपमेंट (Business Development) एक व्यवसायिक विधि है.जो राजनीति के संज्ञा पुलिंग, मार्केट की जरूरतों, मजबूत व्यवसायिक संबंधों, संबंधित ग्राहक आधार, टेक्नोलॉजी, ग्राहकों की संतुष्टि, बाजार की हाल-चाल, व्यापार की स्थिरता, राजस्व,व्यय का संतुलन, लाभ प्रदता और दीर्घकालीन व्यापार विकास की केंद्रित होती है.
बिजनेस डेवलपमेंट बिजनेस, वाणिज्य और संगठन के विकास के अफसरों को विकसित करने और कार्यान्वित करने के लिए कई कार्यो व प्रक्रियाओं का निर्माण करता है.और बिजनेस को सही प्लानिंग के साथ आगे बढ़ने और दीर्घाकालीन लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करता है.

बिजनेस डेवलपमेंट का मतलब क्या होता है?
बिजनेस डेवलपमेंट का अर्थ किसी भी बड़े या छोटे संगठन,गैर लाभकारी या लाभकारी उद्यग द्वारा अपने बिजनेस को हित में नियोजित गतिविधियों से लिया जा सकता है. इसका मुख्य उद्देश्य किसी उद्यग को समय के साथ सेही बनाना और मुनाफे के साथ एक बड़ा बिजनेस ब्रांड बनाना है.
बिजनेस डेवलपमेंट की मुख्य जिम्मेदारी बिजनेस को ग्रो करना है. ताकि अवसरों को प्रभावी ढंग से लक्षित किया जा सके.और सेही ग्राहकों तक पहुंचाया जा सके. नई व्यवसाईक भावनाओं को खोज कर समाज को बेहतरीन रिजल्ट ओरिएंटेड आउटपुट दिया जा सके.
इस लक्ष्य को क्रिया क्रियान्वित करने और पूरा करने की रणनीतियां एक इंडस्ट्री से दूसरे इंडस्ट्री में अलग अलग हो सकती है. लेकिन बिजनेस डेवलपमेंट लगभग सभी संगठनों के लिए एक तरह की होती है.
व्यवसाय का विकास(Business Development)
बिजनेस का विकास आजादी के बात हुआ है. आज बिजनेस के क्षेत्र में कई बदलाव किया गया है जिससे कि लोग अपने बिजनेस स्टार्टअप के बारे में सोच सकते हैं.और कुछ लोग अपने बिजनेस का स्टार्टअप अच्छा किया है. आज के समय में हमारा देश बिजनेस क्षेत्र के हिसाब से अपना पहचान बना रहा है. स्टार्टअप इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसे योजनाओं ने और भी ज्यादा ग्रो कर दिया है. भारत आज के समय में औद्योगिक उत्पादन के लिए जिस तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है.वह देश में ही विकसित हो रहा है. कुछ ऐसी बातें जो कि बिजनेस के विकास के लिए अति आवश्यक है.
• व्यवसाय का मकसद ग्राहकों को खुश करना होना चाहिए.
• बिकने लायक बिजनेस आइडिया होना चाहिए.
• अपने ग्राहकों के काम आसान करना चाहिए.
• ग्राहकों को उम्मीद से ज्यादा दीजिए.
• व्यापार के प्रति समर्पित रहिये
• ग्राहको और कर्मचारी के प्रति सम्मान होना चाहिए.
•ग्राहको और कर्मचारी के प्रति ईमानदार होना चाहिए.
• शुरुआती समय में फिजूल खर्च ना करें.
• व्यवसाय से जुड़ी सभी जानकारी व्यवसाय मालिक को होना चाहिए.
•धंधे में ज्यादा से ज्यादा मुनाफा होना चाहिए.
व्यवसाय के उद्देश्य
बिजनेस का मुख्य उद्देश्य लाभ कमाना होता है.और बिजनेस में लाभ कमाने के लिए व्यवसाय का विकास बहुत जरूरी है. लेकिन लाभ कमाने के साथ-साथ व्यवसाय का कई उद्देश्य होते है. बिजनेस में देश और समाज दोनों का विकास होता है. सरकार के पास इतनी नौकरी नहीं है कि वह सभी को नौकरी दे सके. सबसे ज्यादा लोग निजी कंपनी में काम कर रहे हैं.या फिर खुद का कोई कोई काम कर रहे हैं.
• सामाजिक उद्देश्य
• मानविय उद्देश्य
• राष्ट्रीय उद्देश्य
• लाभ कमाना
•वैश्विक उद्देश्य
बिजनेस की जिम्मेदारी(Responsibility)
व्यापार का मुख्य उद्देश्य पैसा कमाना है.लेकिन,इसका मतलब लाभ कमाने से खत्म नहीं हो जाता है. लाभ जमाना तो बहुत जरूरी है. जीससे बिजनेस को सुचारू रूप से चलाया जा सके. बिजनेस हमारे देश,समाज, राज्य और दुनिया का एक हिस्सा है. बिजनेस इसी समाज, देश, राज्य और दुनिया में किया जाता है.और समाज का हिस्सा होने के नाते समाज देश और दुनिया के प्रति भी कुछ जिम्मेदारी होती है. बिजनेस को सही तरीके से और सुचारू रूप से चलाने के लिए कई सारे जिम्मेदारियों सामने आती है. जैसे निवेशक को सही समय पर उसके निवेश का लाभ देना, साथ ही काम करने वाले कर्मचारियों को समय पर वेतन देना.और सुरक्षा मुहैया करवाना,ग्राहकों की जरूरी सामान उचित मूल्य पर देना, जो सजीव और निर्जीव बिजनेस में निहित है उसकी सुरक्षा और देखभाल करना. ऐसे कुछ जरूरी जिम्मेदारियों के बारे में नीचे दिया गया है.
• निवेश के प्रति जिम्मेदारी
•बिजनेस सही तरीके से चलाना.
• पूंजी का उचित प्रयोग
• जितना ज्यादा हो सके लाभ कमाना
• निवेश की सुरक्षा
•ब्याज का नियमित भुगतान
• समय पर निवेशक का पैसा लौटाना
• कर्मचारियों के प्रति जिम्मेदारी
• कर्मचारियों का नियमित समय पर भुगतान
• नौकरी की सुरक्षा
• सामाजिक सुरक्षा जैसे कि भविष्य निधि,सामूहिक बीमा, पेंसन, कुशल प्रशिक्षण
• ग्राहक के प्रति उत्तरदायित्व
• उपयोगकर्ताओं की आवश्यकताओं की पूर्ति करना.
• गुणवत्ता का नियमित निरीक्षण
• नियमित आपूर्ति
• उचित मूल्य
• वस्तु के बारे में संपूर्ण जानकारी
• बिक्री के बाद भी ग्राहकों का उचित सेवा
• उपभोक्ताओं की शिकायत जल्द से जल्द पूरा करना.
• प्रतियोगिता के प्रति जिम्मेदारी
• ज्यादा बिकनी के लिए ज्यादा कमीशन नहीं दे
• विज्ञापन में किसी को भी नीचा ना दिखाएं और अपने सर्विस पर ध्यान दें.
• सरकार के प्रति जिम्मेदार
• सरकार के निर्देशों का पालन करना
• ऐसा बिजनेस नहीं करें जो सरकार इजाजत नहीं देती है.
• समाज के प्रति जिम्मेदारी
• समाज की कमजोर वर्गों लोगों की सहायता.
• सामाजिक तथा सांस्कृतिक मूल्यों की सहायता
• रोजगार के अवसरों
• पर्यावरण की सुरक्षा
•चिकित्सा, शिक्षा, विज्ञान प्रोद्यौगिकी के क्षेत्रों में सहायता.
बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर कैसे बने?
बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर बनने के लिए इच्छुक उम्मीदवार विभिन्न अंडरग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट बिजनेस कार्य या मार्केटिंग कार्य भी कर सकते हैं. बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर बिजनेस डेवलपमेंट प्लैनिंग, क्लाइंट के साथ रिलेशनशिप बनाना आदि की भूमिकायें निभाती है. अगर आप बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर बनना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें.
बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर कौन होते हैं?
विभिन्न ने प्राइवेट फर्म्स और गवर्नमेंट सेक्टर्स में डाउनलोड बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर एक भूमिकाओं से संबंधित होते हैं. बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर बनने के लिए बिजनेस मैनेजमेंट या रिलेटेड फील्ड में एडवांस्ड डिग्री आवश्यक है.ये टीम के सदस्यों के अंदर विभिन्न मेथड्स और स्ट्रेटजीज को ओपन अपनाते है.वह पार्टीकूलर प्रोजेक्ट वके को पूरा करने के लिए विभिन्न डिपार्टमेंट हेड्स से काम करते हैं.
बिजनेस डेवलपमेंट के लिए कौन सी स्किल्स होनी चाहिए?
बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर बनने के लिए कुछ स्किल्स का होना जरूरी है. जैसे कि
• कम्युनिकेशन स्किल्स
• प्रोजेक्ट मैनेजमेंट
• क्रिएटिव माइंड सेट
•प्रॉब्लम सॉल्विंग
• रिसर्च स्किल्स
• एनालिसिस स्किल्स
• इंटरपर्सनल स्किल्स
• प्रेजेंटेशन स्किल्स
• क्रिएटिव स्किल्स
•IT स्किल्स
• ऑर्गेनाइजेशनल स्किल्स
• नेगोशिएशन स्किल्स
रोल्स और जिम्मेदारियां
बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर के कुछ जिम्मेदारियां
• बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर कंपनी के विकास के लिए नया राजस्व उत्पन्न करता है.
• बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर कई प्रकार के होते हैं. वे पूरे क्षेत्र या एक विशेष विभाग के प्रभारी हो सकते हैं.
• बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर एक कंपनी के नई योजना स्थापित करने के लिए विभिन्न कांफ्रेंसिंग और सेमिनार में भाग लेता है.
• एक बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर सेल्स टीम का मार्गदर्शन करता है.और बिजनेस को मेथड्स में सुधार लाता है.
•वे एक फार्म के प्रदर्शन के लिए लक्षित बाजार के बारे में खातों की खोज करता है.
बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर कितने प्रकार के होते हैं?
बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर के प्रकार
• बिजनेस डेवलपमेंट एग्जीक्यूटिव
• रीजनल सेल्स मैनेजर
• स्किल्स मैनेजर
• बिजनेस हेड
बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर बनने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड.
बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर बनने के लिए स्टेप बाय स्टेप नीचे दी गई है.
• छात्रों को अकाउंटेंसी, फाइनेंस और अर्थशास्त्र जैसे विषयों के साथ कम से कम 50% अंकों के साथ 10,+2पूरा करना होगा. बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर बनने के लिए छात्रा को विभिन्न विश्वविद्यालय मैं प्रवेश होने के लिए विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं के लिए उपस्थित होना होगा.
• आवश्यक डिग्री जैसे कि बीबीए, मार्केटिंग मैनेजमेंट में एमबीए,बीएमएस आदि प्राप्त करें.
•बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर बनने के लिए आवश्यक कौशल विकसित करें.
• माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस एप्लीकेशन पर काम करें.
• आगे की शिक्षा के साथ करीयर विकास पर ध्यान दें या नौकरी करना शुरू करें.
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12 वीं के बाद बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर कैसे बनें?
12 वीं के बाद बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर कैसे बने यह जानने के लिए नीचे दिए गए लेखों पढ़ें.
• एक उपयुक्त डिग्री चुने.
• अनुभव प्राप्त करना शुरू करें.
• प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद छात्रों को बीबीए, बीबीएम, बीएमएस और बी.कॉम जैसे कोर्सेज को आगे बढ़ाने की आवश्यकता होती है।
• ग्रेजुएशन की डिग्री संपूर्ण करने के बाद छात्र विभिन्न संगठन में बिजनेस डेवलपमेंट एग्जीक्यूटिव के रूप में आवेदन कर सकते है. या फिर बिजनेस डेवलपमेंट में MBA भी कर सकते हैं.और ऑर्गेनाइजेशन में मैनेजरियल पोजीशन के लिए भी आवेदन कर सकते हैं.
FAQ
बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर की सैलरी क्या है?
बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर की सैलरी लगभग INR 3लाख से 12लाख तक हो सकती है. सैलरी आपकी डिग्री,स्किल्स,ऑर्गेनाइजेशन, एक्सपीरियंस और देश आदि के अनुसार भिन्न-भिन्न हो सकती है।